बबली बाउंसर रिव्यू: कॉमेडी में मधुर भंडारकर की कोशिश फेंकी जानी चाहिए
निर्देशक: मधुर भंडारकरी
लेखक: अमित जोशी
कलाकार: तमन्ना भाटिया, साहिल वैद, सौरभ शुक्ला
दिल्ली के बाहरी इलाके असोला-फतेहपुर बेरी की हवा में कुछ है। ये जुड़वां शहरी गांव बाउंसरों की जन्मस्थली होने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है। निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म बबली बाउंसर मेंअसोला-फतेहपुर बेरी के निवासी सभी सामूहिक भ्रांति से पीड़ित हैं। जब वे बबली को देखते हैं - एक गुलाबी गाल, चमकदार आंखों वाली तमन्ना भाटिया - वे घोषणा करते हैं कि वह अविवाहित है क्योंकि वह स्त्री रूप से पर्याप्त नहीं है, जबकि वास्तव में, भाटिया उत्तर भारतीय, स्त्री सौंदर्य का प्रतीक है। बबली और भाटिया की अन्य ऑन-स्क्रीन उपस्थितियों के बीच एकमात्र अंतर यह है
Babli Bouncer Trailer: बोल्ड और बिंदास 'बबली बाउंसर' के किरदार में तमन्ना का नया अवतार
नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म मेकर मधुर भंडारकर ने फिल्में भले ही कम बनाई हैं, लेकिन उनकी अधिकतर फिल्मों का परफॉर्मेंस शानदार रहा है. सबसे अच्छी बात ये है कि उनकी फिल्में किसी न किसी सामाजिक विषय या समस्या पर आधारित होती हैं. इसके बावजूद उनका बॉक्स ऑफिस परफॉर्मेंस तमाम कमर्शियल फिल्मों की तुलना में बेहतर होता है. उदाहरण के लिए उनके करियर की तीसरी फिल्म 'चांदनी बार' (2001) को ही ले लीजिए. इस फिल्म की कहानी दंगे का शिकार हुई एक लड़की की जिंदगी पर आधारित है, जिसे मजबूरी में मुंबई के बार में काम करना पड़ता है. इस फिल्म को चार नेशनल अवॉर्ड मिले थे. इसके बाद 'सत्ता', 'पेज 3', 'फैशन', 'ट्रैफिक सिंगनल', 'हीरोइन' और 'इंदू सरकार' जैसी फिल्मों की सफलता मधुर की उपलब्धियों की कहानी कहती है.
कहानीः
फिल्म ‘‘बबली बाउंसर’’ की कहानी दिल्ली से सटे हरियाणा के गांव असोला-फतेहपुरी से शुरू होती है. जहां हर वर्ष सैकड़ों पुरूष बाउंसर तैयार होते हैं और फिर वह दिल्ली के नाइट क्लबों में नौकरी करते हैं. इसी गांव में एक लड़की बबली तंवर ( तमन्ना भाटिया) हैं, जो कि अपने पिता व गांव के बॉडी बिल्डर (सौरभ शुक्ला) से बौडी बिल्डिंग सीखती हैं. बबली की मां को बेटी की शादी की चिंता है, मगर बाप बेटी कुछ अलग ही जिंदगी जी रहे हैं. वह अपनी सहेली की ही तरह दिल्ली जाकर नौकरी करना चाहती है. बबली का आशिक गांव का ही युवक(साहिल वैद्य) है. एक दिन गांव के सरपंच की बेटी की शादी में बबली की मुलाकात अपनी शिक्षिका के बेटे विराज से होती है
बबली बाउंसर फोटो
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